आज हमारे भारत मे । आम जनता । साहूकारी ब्याज के । चुंगुल मे फँस जाती हैं । जो कि साहूकारी ब्याज । 10 रू । 20 रू । 30 रू । सैकडा । प्रति माह । य इससे भी अधिक । ब्याज लेते है । तब जरूरत मन्द । कुछ समय तक ब्याज ही । देता पाता है । और मूल धन । बाकी का बाकी रहता है ।