1. हमारे भारत में । सट्टा । जुंवा । मटका को कुछ लोगों ने । व्यापार बना रखा है ।
  1. सट्टा । जुंवा । मटका के । व्यापार को । अधिकतर अपराधिक प्रवत्ती के लोग ही । सम्पंन करते है ।
  1. सट्टा । जुंवा । मटका का व्यापार । नगद धन की सुविधा के कारण । सम्पन्न होता है ।
  1. सट्टा । जुंवा । मटका के । व्यापार करने वाले । अपराधिक प्रवत्ती के लोग । धन के आभाव के कारण । कई अपराधिक । गतिविधियों को अंजाम देते है ।
  1. जिसमे । निर्दोष लोग । अनावस्यक फंस जाते है ।
  1. सट्टा । जुंवा । मटका के व्यापार को । बन्द करना अति आवस्यक है ।