1. आज हमारे भारतीय समाज मे । पैत्रिक सम्पत्ती के लिए । लगभग हर घर मे । झगडे होते है ।
  1. पिता और बाबा की सम्पत्ती । पुत्र और पौत्रों के बटवारे मे । किसी को कम मिलता है । तो किसी ज्यादा मिलता है ।
  1. अनुमानित आकलन करके । बटवारा किया जाता है । जो किसी को कम । किसी को ज्यादा होता है ।
  1. इस बात का झगडा । जिंदगी भर चलता है । धन । जमीन के टुकडे के लिए । भाई । भाई का प्रेम खतम हो जाता है । अपनापन प्रेम खतम हो जाता है ।
  1. एक दूसरे की । हत्यायें करवा देते हैं ।
  1. कई केसों मे । एक भाई । दूसरे भाई को । पागल घोसित करवा कर । पूरी सम्पत्ती । हडप कर जाता है ।
  1. हमारे भारतीय कानून मे । पिता को अधिकार है । कि अपनी जीवन भर की कमाई । चाहे जिसको । दे दे । दान करे । य किसी बाहरी को दे । य किसी एक बेटे को दे दे ।