Akahnd Bharat
  1. किसान हमारे अन्न दाता है । किसान अन्न उपजाते है । तब हम । और हमारे बच्चे । और हमारा परिवार । पेट भर खाना खातें है ।
  1. हमे जिन्दा रहने के लिए । शरीर मे विटामिन चाहिये । और हमे विटामिन । फलों । दूध और अन्न से मिलती है ।
  1. और किसान ही फल । अन्न उपजाता है । और जानवर पालकर दूध निकालता है ।
  1. इस हिसाब से । किसान हमारा जीवन रक्षक भी है । यानी की किसान हमारा अन्न दाता । और जीवन रक्षक है । हमारा जीवन । किसान की मेहनत पर ही जिन्दा है ।
  1. लेकिन कुछ । लालची और स्वार्थी लोग । किसान को । खेत बुवाई के समय । खाद और बीज । उचित दामों से बढाकर । कई गुना मंहगे दामों पर बेचते है ।
  1. और किसान मजबूरी मे । मंहगे दामों पर । खेत बुवाई के समय । खाद और बीज खरीदता है ।
  1. किसान यह भली भाँति जानता है । कि जो लालची और स्वार्थी व्यक्ति । मुझे महगें दामों पर । खाद और बीज दे रहा है । मुझे । उसका और । उसके बच्चों का भी पेट भरना है ।