1. आज हमारे भारत मे । नगद रूपया के चलन से । और रूपया से कुछ भी । कितना भी । खरीदी करने की आजादी से ।
  1. हमारे भारत मे । व्यक्तियों ने । अनैतिक रूप से धन जमा करके । अनैतिक धन से । अनावस्यक सोना । चाँदी । नग । खरीद कर । छुपा लिया है । तथा बडी तादाद मे । नगद रू भी । छुपा लिया है ।
  1. उस अनैतिक धन को । अनैतिक रास्तों से । खर्चा करने के बाद भी । अनैतिक धन समाप्त नही होता है ।
  1. उस अनैतिक धन के । सोना । चाँदी । नग । नगद रूपया को । घर वापस लाना । अति आवस्यक है ।