- उस अद्रश्य शक्ति को । मंजिल न मानकर । धर्म रास्ते को ही । मंजिल मानने का नतीजा यह है । कि
- धर्म । रास्ते के नाम पर झगडे होते है । उस अद्रश्य शक्ति के नाम पर । कभी भी झगडे नही होंते ।
- सिर्फ धर्म । रास्ते के नाम पर झगडे । कुदरत के विपरीत है ।
- हम जब जब कुदरत के विपरीत गए है । तब तब हमारा नुकसान होता है ।