1. पंच तत्व । कुदरत की ओर से । हम सभी प्राणियों को । वरदान स्वरूप । निशुल्क । उपयोग करने के लिए । मिले है ।
  1. पंच तत्वों का एक एक कण अनमोल है । एक कण का भी कोई कीमत नही दे सकता है ।
  1. फिर हम इंसान । जमीन का क्रय विक्रय कैसे कर सकते है । जमीन का क्रय विक्रय कुदरत के नियमों के विपरीत है ।
  1. अन्य प्राणियों मे से । कोई भी प्राणी । इन पंच तत्वों का । क्रय विक्रय । नही करता । लेकिन मनुष्य । जमीन का । क्रय विक्रय करके । कुदरत के नियमों को तोडता है ।
  1. इसीसिए मनुष्यों मे ही । जमीन को लेकर । इतने अपराध । इतने झगडे । इतनी हत्याएं । इतनी आत्म हत्याएं । इतनी कोर्ट कचेहरी इत्यादि । होती है ।