The Book | January 9, 2017 आज हमारे विश्व और भारत मे । धन की । स्वेच्छिक आजादी के कारण । मजबूर लोग । ऊपर वाले को दोष देते है क्योंकी । अपराध कोई और करता है । उसका दंड । किसी और को मिलता है । कुदरत के विपरीत जाने के नतीजे जन समुदाय की रक्षा के लिए